आगरा (arohanlive.com) अंबुज अग्रवाल। ताज महोत्सव-2023 में रविवार को सूरसदन सभागार राष्ट्रभक्ति के गीत-नृत्य पर जोश से भर गया। आध्यात्म के रस में डुबकियां लगाईं। आगरा और मथुरा के कलाकारों के होली के गीत, मयूर नृत्य व फूलों की होली से सराबोर हो लोग झूम उठे।
श्री अरविंद शिक्षण संस्थान के कार्यक्रम ने समां बांधा
श्री अरविंद शिक्षण संस्थान के तत्वाधान में ताज महोत्सव-2023 के तहत आयोजित कार्यक्रम में पहले साहित्यकार एवं गीतकार श्री विश्वेश्वर दयाल अग्रवाल द्वारा रचित श्री अरविंद दर्शन पर आधारित रचित राष्ट्रभक्ति आध्यात्म पर गीत-संगीत-नृत्य की त्रिवेणी बही। इसके बाद होली के रंग बिखरे।
साहित्यकार विश्वेश्र दयाल के गीतों रंग बिखरा
कार्यक्रम की शुरुआत साहित्यकार सुशील सरित ने श्री दयाल की रचना मां शारदे हृदय बिराजो… से की। इसके बाद तरु छाया सक्सेना के निर्देशन में बच्चों ने स्वागतम… स्वागतम… अतिथि देव पधारे की मनोहारी प्रस्तुति दी।
आओ मिल प्रभु गुन गाएं, राष्ट्र को महान बनाएं
आरती हरि प्रसाद के निर्देशन में कलाकारों ने -आओ मिल प्रभु गुन गाएं, राष्ट्र को महान बनाएं की शानदार प्रस्तुति कर लोगों का मन मोह लिया। रुचिता भटनागर के निर्देशन में बच्चों ने- श्री गुरु रवि उदयो उर मंडल, चेतन लाली जीवन भर दो से भक्ति रस में डुबकियां लगवाईं।
राष्ट्रभक्ति के तरानों से हर किसी में भरा जोश
प्रभु और गुरु भक्ति के बाद राष्ट्र भक्ति के तराने गूंजे। नृत्य निर्देशिका तरु छाया सक्सेना के निर्देशन में कलाकारों ने- स्वतंत्रता को पंख मिले धरा को, राष्ट्र निर्माण की बेला आई… ,सत्य धर्म चमको भारत में राष्ट्र को महान बनाओ… और वंदे मातरम, वंदे मातरम.. देव देव भारतम… की शानदार प्रस्तुति से लोग हतप्रभ रह गए और जोश भर गया।
आज ब्रज में होरी रे रसिया… बरजोरी से महफिल लूटी
ताज महोत्सव में अब बारी थी ब्रज की होली की, जिसे साकार किया अमरनाथ शिक्षण संस्थान मथुरा के स्कूली बच्चों ने ब्रजलोक गीत पर मयूर नृत्य की अद्भुत प्रस्तुति देकर लोगों को झूमने के लिए मजबूर कर दिया। इसके बाद रुचिता भटनागर के होली गीत-नृत्य ने समां बांधा तो एक बार फिर तरु छाया के निर्देशन में आयो रे कान्हा, रंगों की बहार लाया.. शास्त्रीय संगीत के साथ की प्रस्तुति दी।
अंत में फिर अमरनाथ शिक्षण संस्थान मथुरा के स्कूली बच्चे, आज ब्रज में होरी रे रसिया… बरजोरी से डांडिया नृत्य के साथ महफिल लूट ले गए।
कार्यक्रम का विधिवत किया शुभारंभ
इससे पूर्व कार्यक्रम का शुभारंभ श्रीअरविंद, श्रीमां , श्री विश्वेश्वर दयाल अग्रवाल एवं शकुंतला अग्रवाल के चित्र एवं मां सरस्वती की प्रतिमा पर साहित्यकार एवं कवि सुशील सरित, पवित्रा अग्रवाल, नूतन अग्रवाल, संजय अग्रवाल, रीना अग्रवाल, शरद यादव ने किया। साहित्यकार सुशील सरित ने श्री दयाल की साहित्य साधना का उल्लेख किया।
इनकी रही सहभागिता
कार्यक्रम में प्रमुख रूप से उमा शंकर शर्मा, वेद प्रकाश अग्रवाल, सुमन अग्रवाल, मान सिंह मनहर, डा. मधु भारद्वाज, अलका अग्रवाल, अनिल अग्रवाल, अनिल कुमार अनिल एवं शहर के गणमान्य लोग मौजूद रहे।
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