आगरा (arohanlive .com)। चैत्र नवरात्र की नवमी पर आज घर-घर में माता सिद्धदात्री महागौरी की पूजा-अर्चना। कन्या लांगुरा जिमाए।
मां सिद्धिदात्री की पूजा से मिलता है आशीर्वाद
चैत्र नवरात्र की नवमी दुर्गा नवमी और रामनवमी कहलाती है। नवरात्र में जिन नौ दुर्गा की आराधना की जाती है, वह मूलतः एक ही है किंतु लौकिक रूपमें नवदुर्गा (नौदेवी) कहा जाता है आखिरी दिन शक्ति के जिसरूप की आराधना की की गई वह मां सिद्धिदात्री की आराधना ही हैं इनके आशीर्वाद के बिना व्यक्ति की मनोकामना पूर्ण नहीं होती।
माता महालक्ष्मी जी का स्वरुप हैं
यह माता महालक्ष्मी जी का स्वरुप हैं इनकी आराधना के साथ ही नवरात्र व्रत का पारण होता है।पूजा अर्चना के बाद कन्या लागुंगा जिमाए गए।
Add comment