आगरा(arohanlive.com) । मकर संक्रांति से सूर्यदेव उत्तरायण में आ जाएंगे। यह वर्ष श्री अरविंद का 150वां जन्मशताब्दी वर्ष और आजादी का अमृत महोत्सव भी है। मकर संक्रांति पर सूर्य जड़-जगत में जीवन का संचार हो जाता है। सूर्य नमस्कार किया जाता है। इस मौके पर प्रख्यात साहित्यकार, कवि, लेखक एवं विचारक श्री विश्वेश्वर दयाल अग्रवाल की रचना- सूर्योदय बेला में की मनोहारी रचना का आनन्द लीजिये।
सूर्योदय बेला में…
(श्री विश्वेश्वर दयाल अग्रवाल)
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