आगरा (arohanlive.com) चैत्र नवरात्र की अष्टमी पर आज मां दुर्गा की पूजा-अर्चना की जा रही है। साहित्यकार एवं कवि श्री विश्वेश्वर दयाल जी की रचना कोटि-कोटि प्रणाम दुर्गा महरानी.. में मां का आह्वान किया गया है कि वह भू मंडल में प्रवेश करें और भक्तों के कष्ट हरें। भारत के कलेश और ताप को मिटाएं। कोरोना महामारी की दूसरी लहर के बीच उनकी यह कविता और भी ज्यादा प्रासंगिक हो जाती है।
श्री विश्वेश्वर दयालजी
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