आगरा, Arohanlive.com। होलिका परिक्रमा का मंत्र कौन सा है। किस प्रकार से हमें होली की पूजा-पाठ करनी चाहिए। होली पर करने वाले कुछ अचूक व सरल से उपायों के विषय में विस्तृत जानकारी।
श्री गुरु ज्योतिष शोध संस्थान रत्न भंडार सर्राफा बाजार अलीगढ़ के ज्योतिषाचार्य पंडित हृदय रंजन शर्मा के मुताबिक घर के प्रत्येक सदस्य को होलिका दहन में देशी घी में भिगोई हुईदो लौंग, एक बताशा और एक पान का पत्ता चढ़ाना चाहिए। होली की 11 परिक्रमा करते हुए होली में सूखे नारियल की आहुति देनी चाहिए। इससे सुख-समृद्धि बढ़ती है, कष्ट दूर होते हैं।
-होली पर पूरे दिन अपनी जेब में काले कपड़े में बांधकर काले तिल रखें।रात को जलती होलिका में उन्हें डाल दें। यदि पहले से ही कोई टोटका होगा तो वह भी खत्म हो जाएगा।
-होली दहन के समय ७ गोमती चक्र लेकर भगवान से प्रार्थना करें कि आपके जीवन में कोई शत्रु बाधा न डालें। प्रार्थना के पश्चातपूर्ण श्रद्धा व विश्वास के साथ गोमती चक्र होलिका दहन में डाल दें। होली दहन के दूसरे दिन होली की राख को घर लाकर उसमें थोडी सी राई व नमक मिलाकर रख लें। इस प्रयोग से भूत-प्रेत या नजर दोष से मुक्ति मिलती है।
-होली के दिन से शुरु होकर बजरंग बाण का 40 दिन तक नियमित पाठ करने से हर मनोकामना पूर्ण होगी। यदि व्यापार या नौकरी में उन्नति न हो रही हो, तो 21 गोमती चक्र लेकर होली दहन के दिन या रात्रि में शिवलिंग पर चढा दें।
-नवग्रह बाधा के दोष को दूर करने के लिए होली की राख से शिवलिंग की पूजा करें तथा राख मिश्रित जल से स्नान करें। होली वाले दिन किसी गरीब को भोजन अवश्य करायें।
-होली की रात्रि को सरसों के तेल का चौमुखी दीपक जलाकर पूजा करें व भगवान से सुख – समृद्धि की प्रार्थना करें। इस प्रयोग से बाधा निवारण होता है।
-यदि बुरा समय चल रहा हो, तो होली के दिन पेंडुलम वाली नई घडी पूर्वी या उत्तरी दीवार पर लगाए। परिणाम स्वयं देखें।
राहु एवं शनि का उपाय
– एक नारियल का गोला लेकर उसमे अलसी का तेल या सरसो का तेलभरकर, उसी में थोडा सा गुड डाले. फिर उस नारियल के गोलेको राहू या शनि से ग्रस्त व्यक्ति अपने शारीर के अंगो से स्पर्श करवाकर जलती हुई होलिका में डाल देवे. पुरे वर्ष भर राहू से तथा शनि सेपरेशानी की संभावना नहीं रहेगी।
-मनोकामना की पूर्ति हेतु होली के दिन से शुरू करके प्रतिदिनहनुमान जी को पांच लाल पुष्प चढ़ाएं, मनोकामना शीघ्र पूर्णहोगी।
-होली की प्रातः बेलपत्र पर सफेद चंदन की बिंदी लगाकर अपनी मनोकामना बोलते हुए शिवलिंग पर सच्चे मन से अर्पित करें।बा द में सोमवार को किसी मंदिर में भोलेनाथ को पंचमेवा की खीर अवश्य चढ़ाएं, मनोकामना पूरी होगी।
-स्वास्थ्य लाभ हेतु मृत्यु तुल्य कष्ट से ग्रस्त रोगी को छुटकारा दिलाने के लिए जौ के आटे में काले तिल एवं सरसों का तेल मिला कर मोटी रोटी बनाएं और उसे रोगी के ऊपर से सात बार उतारकर भैंस को खिला दें। यह क्रिया करते समय ईश्वर से रोगी को शीघ्र स्वस्थ करने की प्रार्थना करते रहें।
-व्यापार लाभ के लिए होली के दिन गुलाल के एक खुले पैकेट में एकमोती शंख और चांदी का एक सिक्का रखकर उसे नए लाल कपड़े में लाल मौली से बांधकर तिजोरी में रखें, व्यवसाय में लाभ होगा।
– एक एकाक्षी नारियल की पूजा करके लाल कपड़े में लपेट कर दूकान में या व्यापार स्थल पर स्थापित करें। साथ ही स्फटिक का शुद्ध श्रीयंत्र रखें। उपाय निष्ठापूर्वक करें, लाभ में दिन दूनी रात चौगुनी वृद्धि होगी।
-धनहानि से बचाव के लिए होली के दिन मुख्य द्वार पर गुलाल छिड़कें और उस पर द्विमुखी दीपक जलाएं। दीपक जलाते समय धनहानि से बचाव की कामना करें। जब दीपक बुझ जाए तो उसे होली की अग्नि में डाल दें। यह क्रिया श्रद्धापूर्वक करें, धनहानि से बचाव होगा।
-दुर्घटना से बचाव के लिए होलिका दहन से पूर्व पांच काली गुंजा लेकर होलिका की पांच परिक्रमा लगाकर अंत में होलिका की ओर पीठ करके पांचों गुन्जाओं को सिर के ऊपर से पांच बार उतारकर सिर के ऊपर से होली में फेंक दें।
-होली के दिन प्रातः उठते ही किसी ऐसे व्यक्ति से कोई वस्तु न लें,जिससे आप द्वेष रखते हों।
सिर ढक कर रखें
-किसी को भी अपना पहना वस्त्र या रुमाल नहीं दें
-इसकेअतिरिक्त इस दिन शत्रु या विरोधी से पान, इलायची, लौंगआदि न लें
-ये सारे उपाय सावधानीपूर्वक करें, दुर्घटना से बचावहोगा
-आत्मरक्षा हेतु किसी को कष्ट न पहुंचाएं, किसी का बुरा न करें और न सोचें। आपकी रक्षा होगी
-अगर आपके घर में कोई शारीरिक कष्टों से पीड़ित है – ओर उसको रोग छोड़ नहीं रहे है तो 11 अभिमंत्रित गोमती चक्रबीमार ब्यक्ति के शरीर से 21 बार उसार कर होली की अग्नि में डाल दे शारीरिक कष्टों से शीघ्र मुक्ति मिल जायेगी
-अगर बुध ग्रह आपकी कुंडली में संतान प्राप्ति में बाधा डाल रहा है तो किसी भी बच्चे वाली गरीब महिला को होली वाले दिन से शुरु कर एक महीने तक हरी-सब्जियाँ दें। माता वैष्णो-देवी से संतान की प्रार्थना करे।
-होली के अवसर पर खुशहाल बनाने वाले उपाय होली पर करने वाले जो साल भर आपको खुशहाली और तरक्की दे सकते है करिये जरूर क्योंकि ये आपसे कुछ लेते नहीं पर आपको दे कर ही जायेंगे।
-घर के प्रत्येक सदस्य को होलिका दहन में देशी घी में भिगोई हुई दो लौंग, एक बताशा और एक पान का पत्ता अवश्य चढ़ाना चाहिए। होली की ग्यारह परिक्रमा करते हुए होली में सूखे नारियल की आहुति देनी चाहिए। इससे सुख-समृद्धि बढ़ती है, कष्ट दूर होते हैं।
-होली की सुबह बेलपत्र पर सफेद चंदन की बिंदी लगाकर अपनी मनोकामना बोलते हुए शिवलिंग पर सच्चे मन से अर्पित करें। किसी मंदिर में शंकर जी को पंचमेवा की खीर चढ़ाएं, मनोकामना पूरी होगी
-अगर आप अपने घर में नकारात्मक ऊर्जा से परेशान हैं। बिना बात के पति-पत्नी में कलह हो रहा हो और हर दिन किसी मुसीबत का सामना करना पड़ता हो और घर में कोई बीमार हो ठीक होने में समय लग रहा हो तो आप यह उपाय जरूर आजमाएं, जब होली जल जाए, तब आप होलिका की थोड़ी-सी अग्नि ले आएं। फिर अपने घर के आग्नेय कोण में उस अग्नि को तांबे या मिट्टी के पात्र में रखें। सरसों के तेल का दीपक जला दें इस उपाय से घर की सारी नकारात्मक ऊर्जा जलकर समाप्त हो जाएगी
-होली पर पूरे दिन अपनी जेब में काले कपड़े में बांधकर काले तिल रखें। रात को जलती होली में उन्हें डाल दें। यदि आप के ऊपर कोई टोना जादू नज़र ऊपरी फेर आदि लगा होगा या पहले से ही कोई टोटका होगा तो वह सब खत्म हो जाएगा।
-होली दहन के दूसरे दिन होली की राख को घर लाकर उसमें थोडी सी राई व नमक मिलाकर रख लें। इस प्रयोग से भूत-प्रेत या नजर दोष से मुक्ति मिलती है।
-सेहत बार-बार खराब होती हो तो होलिका दहन के बाद उसकी बची राख यानि भभूत को रोगी के तकिये के नीचे रख दें। इस उपाय को करने से पुरानी से पुरानी बीमारी ठीक हो जाएगी
-यदि पैसों की बचत न हो पा रही हो तो होलिका दहन के दूसरे दिन कि बची राख को किसी लाल रूमाल में बांध लें और उसे अपनी तिजोरी या पर्स में रख लें. इस टोटके से आपको फायदा मिलेगा।
-यदि आपको व्यापार व नौकरी में परेशानी आ रही हो तो होलिक दहन के बाद एक जटा वाला नारियल मंदिर या होलिका दहन वाली जगह पर जरूर चढ़ाएं।
-होलिका दहन के अगले दिन होलिका की राख से पुरुष तिलक लगाएं और स्त्रियां ये राख अपनी गर्दन पर लगाएं। इस उपाय से सभी प्रकार की बुरी नजर से रक्षा होती है।
-होली दहन के समय परिवार के सभी सदस्यों को होलिका की तीन या सात परिक्रमा करनी चाहिए। परिक्रमा करते समय होलिका में चना, मटर, गेहूं, अलसी डालना चाहिए। ऐसा करने पर स्वास्थ्य लाभ के साथ ही धन लाभ होने के योग भी बनते हैं
-संतान प्राप्ति के लिए होलाष्टक में आपको लड्डू गोपाल की पूजा विधि-विधान से करनी चाहिए। पूजा के दौरान गाय के शुद्ध घी और मिश्री से हवन करना चाहिए। (108 आहुति डाले)।
-आप करियर में तरक्की चाहते हैं तो आपको होलाष्टक में जौ, तिल और शक्कर से हवन कराना चाहिए। (36 आहुति)।
धन-संपत्ति में वृद्धि के लिए होलाष्टक में आपको कनेर के फूल, गांठ वाली हल्दी, पीली सरसों और गुड़ से हवन कराना चाहिए। (54 आहुति डाले)।
-असाध्य रोग से मुक्ति पाने के लिए होलाष्टक में भगवान शिव का महामृत्युंजय मंत्र का जाप कराना उत्तम माना गया है। उसके बाद गुग्गल से हवन कराना जरूरी है।(108 आहुति डाले)।
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